ज़िन्दगी है छोटी, हर पल में खुश रहो …
ऑफिस में खुश रहो, घर में खुश रहो …
आज पनीर नहीं है , दाल में ही खुश रहो …
आज जिम जाने का समय नहीं , दो कदम चल के ही खुश रहो …
आज दोस्तों का साथ नहीं, टीवी देख के ही खुश रहो …
घर जा नहीं सकते तो फ़ोन कर के ही खुश रहो …
आज कोई नाराज़ है, उसके इस अंदाज़ में भी खुश रहो …
जिसे देख नहीं सकते उसकी आवाज़ में ही खुश रहो …
जिसे पा नहीं सकते उसकी याद में ही खुश रहो
Farari न मिला तो क्या , Maruti 800 में ही खुश रहो …
बिता हुआ कल जा चूका है , उसकी मीठी यादों में ही खुश रहो …
आने वाले पल का पता नहीं … सपनो में ही खुश